सवाई माधोपुर शहर की स्थापना जयपुर महाराजा सवाई माधोसिंह ने की थी। बाद में इन्हीं के नाम पर करौली राज्य, तथा जयपुर राज्य के सवाई माधोपुर, गंगापुर तथा हिण्डौन सवाईमाधोपुर को मिलाकर 15 मई 1949 को सवाई माधोपुर जिला बना दिया गया।
प्रशासनीक इकाईयां
तहसील - 8 पंचायत समिति - 6 संभाग - भरतपुर
महत्वपुर्ण तथ्य
कठेड़ी (ढुढाडी की उपबोली) - सवाई माधोपुर। रामेश्वरम - खंडार तहसील में चम्बल, बनास व सीप नदी के संगम पर रामेश्वर्म का प्रसिद्ध मंदिर है। जहां प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा पर मेला भरता है। ईसरदा बांध - टोंक व सवाई माधोपुर सिमा स्थित बनास नदी पर पेयजल हेतु बना बांध (ईसरदा परियोजना)। मोरेल बांध - मोरेल नदी पर सवाई माधोपुर के पीलुखेड़ा गांव में है। इन्दिरा लिफ्ट सवाईमाधोपुर।
रणथम्भोर राष्ट्रीय उद्यान - 1 नवम्बर 1980 को यह राजस्थान का प्रथम राष्ट्रीय उद्यान बना। यह देश की सबसे कम क्षेत्रफल की बाद्य परियोजना है। रणथम्भोर) सवाई मानसिंह सेन्चुरी - सवाई माधोपुर। यहां दो अलग पर्वत श्रेणियां अरावली व विंध्याचल आकर मिलती है। इसमें प्रसिद्ध जोगी महल, पद्म तालाब व राज बाग स्थित है। सफारी पार्क - वाइल्ड लाइफ ट्रेनिंग सेंटर।
बत्तीस खम्भों की छत्तरी-हम्मीर ने अपने पिता जयसिंह के बत्तीस वर्ष के शासन काल के प्रतिक के रूप में इसे बनवाया था। मण्डरायल - इसे ग्वालियर दुर्ग की कुंजी कहा जाता है। बादल महल - कच्छवाह राजपुतों द्वार निर्मित। त्रिनेत्र गणेश मंदिर - सवाई माधोपुर के पास स्थित इस मंदिर में त्रिनेत्र गणेश जी की प्रतिमा जिसमें केवल मुख है। यहां पर भाद्रपद शुक्ल की चतुर्थी (गणेश चतुर्थी) को प्रतिवर्ष मेला लगता है। चौथ माता का मंदिर - चौथ का बरवाड़ा। शिवाड़ - भारत का बाहरवां ज्योतिर्लिग श्री घुरमेश्वरम् ईसादा के पास शिवाड़ में स्थित है। ब्रज मेवात सर्किट - सवाई माधोपुर राजस्थान पर्यटन सर्किट की दृष्टि से ब्रज मेवात सर्किट में शामिल है।