राजस्थान की सिंचाई एवं पेयजल परियोजनाएँ (Irrigation & Drinking Water Projects)
भारत के सबसे शुष्क राज्यों में से एक राजस्थान में जल प्रबंधन, सिंचाई नेटवर्क और पेयजल योजनाएँ अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। यहाँ प्रमुख बाँधों, नहर प्रणालियों, बहुउद्देश्यीय परियोजनाओं और पेयजल योजनाओं का परीक्षा-उन्मुख विवरण दिया गया है।
8.1 सिंचाई का महत्व
औसत वर्षा कम होने के कारण राजस्थान में कृषि लगभग पूरी तरह सिंचाई योजनाओं पर निर्भर है। यहाँ वर्षा का 60–70% भाग बाफ़ीकरण में चला जाता है। इसलिए नहरों और बाँधों का विकास राज्य की कृषि-अर्थव्यवस्था का आधार है।
राजस्थान – प्रमुख सिंचाई योजनाएँ मानचित्र
सरल इंफोग्राफिक हेतु प्लेसहोल्डर
*Illustration Prompt: “Flat vector map showing IGNP canal network, Chambal projects (Gandhi Sagar–RPS–Jawahar Sagar), Mahi Bajaj Sagar, Akal tank, ERCP pipelines; soft blue theme, clean labels.”
8.2 राजस्थान की प्रमुख सिंचाई परियोजनाएँ
1. इंदिरा गांधी नहर परियोजना (IGNP)
भारत की सबसे बड़ी नहर प्रणाली—पंजाब के हरिके बैराज से निकलकर राजस्थान के उत्तर-पश्चिम (श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, जैसलमेर, चूरू) क्षेत्रों को सिंचाई व पेयजल उपलब्ध कराती है।
- लंबाई: लगभग 650 किमी
- स्टेज I – श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़
- स्टेज II – बीकानेर, चूरू, जैसलमेर
- थार मरुस्थल का कृषि क्षेत्र में परिवर्तन – मुख्य उपलब्धि
2. चंबल घाटी परियोजना (Chambal Valley Project)
राजस्थान–मध्य प्रदेश संयुक्त परियोजना — 3 प्रमुख बाँध:
- गांधी सागर
- राणा प्रताप सागर (सबसे बड़ा बाँध – कोटा)
- जवाहर सागर
उद्देश्य: सिंचाई + बिजली उत्पादन + पेयजल
3. माही बजाज सागर परियोजना
- स्थित: बांसवाड़ा
- नदी: माही
- Bijolia, बांसवाड़ा, डूँगरपुर में सिंचाई
4. बिसलपुर परियोजना
जयपुर सहित पूर्वी राजस्थान का प्रमुख पेयजल–सिंचाई स्रोत।
- नदी: बनास
- उपयोग: जयपुर–अजमेर–टोंक पेयजल
5. बांदी नदी परियोजना (Bandi Project)
जोधपुर क्षेत्र में सिंचाई और पेयजल उपलब्ध कराने वाली परियोजना।
6. गोमती सागर परियोजना
भीलवाड़ा–राजसमंद क्षेत्र हेतु महत्वपूर्ण बाँध।
8.3 राजस्थान की प्रमुख पेयजल परियोजनाएँ
1. ERCP (Eastern Rajasthan Canal Project)
पूर्वी राजस्थान की 13 जिलों को पेयजल एवं सिंचाई प्रदान करने के लिए बहुप्रतीक्षित परियोजना।
- चंबल और उसकी सहायक नदियों का जल उपयोग
- बाढ़ क्षेत्र से पानी → सूखे क्षेत्रों की तरफ
- राजस्थान के लिए "Game Changer” योजना
2. जल जीवन मिशन
- हर घर नल से जल
- ग्रामीण क्षेत्रों में पाइपलाइन विस्तार
- राजस्थान जैसे शुष्क राज्यों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण
3. भामाशाह जल संग्रहण योजना
वर्षा जल के अधिकतम संरक्षण हेतु प्रमुख ग्रामीण परियोजना।
4. बिसलपुर जल आपूर्ति
जयपुर सहित कई शहरों को पेयजल उपलब्ध कराती है।
8.4 राजस्थान के प्रमुख बाँध
| बाँध | नदी | जिला | उपयोग |
|---|---|---|---|
| राणा प्रताप सागर | चंबल | कोटा | सिंचाई + बिजली |
| जवाहर सागर | चंबल | कोटा–बूंदी | बिजली |
| माही बजाज सागर | माही | बांसवाड़ा | सिंचाई + बिजली |
| बिसलपुर | बनास | टोंक | पेयजल |
| Jakham Dam | Jakham River | प्रतापगढ़ | सिंचाई |
8.5 जल प्रबंधन चुनौतियाँ
- कम वर्षा व उच्च बाष्पीकरण
- अत्यधिक ग्राउंडवाटर दोहन
- मरुस्थलीय विस्तार
- नदियों का सीमित प्रवाह
- सतही जल की कमी
8.6 समाधान एवं प्रबंधन
- नहर विस्तार (IGNP Stage-II सुधार)
- लिफ्ट सिंचाई और पाइपलाइन आधारित वितरण
- मरुस्थल में जल संचयन—खadin, taanka, johad पुनर्जीवन
- स्मार्ट वाटर मीटरिंग
- वर्षा जल संग्रहण अनिवार्यता
त्वरित सारांश
- IGNP – राजस्थान की सबसे बड़ी नहर परियोजना
- चंबल – तीन प्रमुख बाँध: गांधी सागर, RPS, Jawahar Sagar
- माही – दक्षिणी राजस्थान की जीवनरेखा
- बिसलपुर – जयपुर का मुख्य पेयजल स्रोत
- ERCP – पूर्वी राजस्थान की भविष्य की सिंचाई–पेयजल परियोजना
प्रैक्टिस MCQ — सिंचाई एवं पेयजल
- राजस्थान की सबसे बड़ी नहर परियोजना कौन सी है?
(A) माही (B) चंबल (C) IGNP (D) ERCP - राणा प्रताप सागर बाँध किस नदी पर है?
(A) बनास (B) माही (C) चंबल (D) कालीसिंध - बिसलपुर परियोजना किस शहर का मुख्य पेयजल स्रोत है?
(A) जोधपुर (B) जयपुर (C) कोटा (D) सीकर - ERCP मुख्यतः किस उद्देश्य के लिए है?
(A) पर्यटन (B) बिजली उत्पादन (C) पेयजल + सिंचाई (D) खनन
